OPS, NPS, UPS क्या होता है?

NPS,OPS और UPS के लाभ और चुनौतिया:
नीचे तीनों पेंशन योजनाओं का सरल और स्पष्ट विवरण दिया गया है: एनपीएस (नेशनल पेंशन सिस्टम) NPS, ओपीएस (ओल्ड पेंशन स्कीम) OPS और यूपीएस (यूनिवर्सल पेंशन स्कीम) UPS के बीच मुख्य अंतरों को जानें। अपने भविष्य के लिए सबसे अच्छी पेंशन योजना चुनने के लिए उनके लाभ, पात्रता, योगदान प्रक्रिया और सेवानिवृत्ति लाभों को समझें
- OPS (पुरानी पेंशन योजना)
यह सरकारी कर्मचारियों के लिए एक गारंटीड पेंशन योजना थी, जिसमें रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी को उसके अंतिम वेतन और महंगाई भत्ते (DA) का 50% आजीवन पेंशन के रूप में मिलता था। इसमें कर्मचारी को अपने वेतन से कोई अंशदान नहीं करना पड़ता था, पूरी पेंशन सरकार देती थी। हर छह महीने में DA के साथ पेंशन की राशि बढ़ती थी। यह योजना 2004 से बंद कर दी गई और इसकी जगह NPS लागू कर दी गई। कुछ राज्य सरकारें इसे फिर से लागू करने की तैयारी में हैं। - NPS (राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली)
यह 2004 के बाद लागू की गई एक नई पेंशन योजना है, जिसमें कर्मचारी और सरकार दोनों को अपने वेतन का एक निश्चित प्रतिशत (कर्मचारी 10%, सरकार 14%) अंशदान करना होता है। यह योजना बाजार आधारित है; यानी पेंशन की रकम निवेश के रिटर्न पर निर्भर करती है, इसमें कोई निश्चित पेंशन की गारंटी नहीं है। रिटायरमेंट के समय कुल जमा राशि का 60% एकमुश्त निकाला जा सकता है, बाकी 40% का इस्तेमाल एन्युटी खरीदने और मासिक पेंशन पाने में किया जाता है। इसमें जोखिम भी है, लेकिन लंबे समय में रिटर्न ज्यादा मिल सकता है। निजी क्षेत्र के लोग भी एनपीएस से जुड़ सकते हैं। 3. यूपीएस (एकीकृत पेंशन योजना) – एकीकृत पेंशन योजना
यूपीएस एक नई पेंशन योजना है, जिसे 1 अप्रैल 2025 से लागू किया जाएगा और यह फिलहाल केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए है। इसमें कर्मचारी को अपने मूल वेतन + डीए का 10% योगदान देना होगा और सरकार 18.5% योगदान देगी। यूपीएस में रिटायरमेंट पर पिछले 12 महीनों के औसत मूल वेतन का 50% गारंटीड पेंशन के रूप में दिया जाएगा (अगर 25 साल की सेवा पूरी हो गई है)। न्यूनतम 10 साल की सेवा पर न्यूनतम पेंशन गारंटी ₹10,000 प्रति माह है। कर्मचारी की मृत्यु होने पर परिवार को भी पेंशन का 60% मिलेगा। यूपीएस में पेंशन राशि मुद्रास्फीति के अनुसार अनुक्रमित होगी, जिससे पेंशन की क्रय शक्ति बनी रहेगी। यूपीएस ओपीएस की गारंटी और एनपीएस की लचीलेपन दोनों का संतुलन है।
यह जानकारी आपको ओपीएस, एनपीएस और यूपीएस के बारे में बुनियादी जानकारी देने के लिए है
ओपीएस: गारंटीड फिक्स्ड पेंशन, कोई योगदान नहीं, बंद।
एनपीएस: बाजार आधारित, दोनों का योगदान, बाजार पर निर्भर रिटर्न।
यूपीएस: नई योजना, गारंटीड पेंशन + अंशदान, महंगाई से सुरक्षा, परिवार को भी लाभ।